बिहार की राजधानी पटना के एक युवक को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने एक ई-मेल भेजकर नौकरी देने का प्रस्ताव दिया है. ई-मेल को लेकर पटना के एक थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है तथा पुलिस की साइबर अपराध सेल ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी है.पुलिस के अनुसार, सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के टेकारी रोड निवासी तथा इस्लामी संगठन जमात-ए-इस्लामी नेता रिजवान अहमद के मेल आईडी पर छह दिसंबर को एक मेल आया था, जिसमें उन्हें सूचित किया गया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI में बहाली के लिए उनका चयन कर लिया गया है. मेल में लिखा है, 'हमारे संगठन में भर्ती के लिए आपका चयन किया गया है. अपनी उम्मीदवारी के लिए अंतिम नियुक्ति से पहले यह अस्थाई है. आपको चयन के बारे में हमारे सभी मापदंडों को पूरा करना चाहिए. यह एक गोपनीय मेल है. इसे कहीं दूसरी जगह फारवर्ड न करें.'
यह मेल रिजवान ने 9 दिसंबर को देखा था. पटना के पुलिस अधीक्षक (नगर) शिवदीप लांडे ने सोमवार को बताया कि इस मामले की एक प्राथमिकी सुल्तानगंज थाना में दर्ज कर ली गई है. आने वाले मेल के आईपी एड्रेस से इसकी सत्यता का पता लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर यह मेल पाकिस्तान से आया है, तो मामला गंभीर है.
इधर, रिजवान का कहना है कि संभावना है कि किसी शरारती तत्व ने उन्हें परेशान करने के लिए या जमात-ए-इस्लामी संगठन को बदनाम करने के लिए एक साजिश के तहत ऐसा किया हो. उन्होंने पुलिस से गहन जांच करने की गुहार लगाई है. रिजवान पटना में किराए के एक मकान में रहता है. उसका पैतृक निवास अररिया जिले के एक गांव में है.
यह मेल रिजवान ने 9 दिसंबर को देखा था. पटना के पुलिस अधीक्षक (नगर) शिवदीप लांडे ने सोमवार को बताया कि इस मामले की एक प्राथमिकी सुल्तानगंज थाना में दर्ज कर ली गई है. आने वाले मेल के आईपी एड्रेस से इसकी सत्यता का पता लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर यह मेल पाकिस्तान से आया है, तो मामला गंभीर है.
इधर, रिजवान का कहना है कि संभावना है कि किसी शरारती तत्व ने उन्हें परेशान करने के लिए या जमात-ए-इस्लामी संगठन को बदनाम करने के लिए एक साजिश के तहत ऐसा किया हो. उन्होंने पुलिस से गहन जांच करने की गुहार लगाई है. रिजवान पटना में किराए के एक मकान में रहता है. उसका पैतृक निवास अररिया जिले के एक गांव में है.
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